गंभीर ने कहा, “यह बेहद शर्मनाक है. मुझे खुद को भारतीय कहने में शर्म आती है क्योंकि मामला सिर्फ मणिपुर तक ही सीमित नहीं है. इसने पूरे देश का सिर नीचे किया है, इसलिए इसका राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए.”
चार मई का यह वीडियो बुधवार को सामने आने के बाद से मणिपुर के पहाड़ी क्षेत्र में तनाव व्याप्त हो गया है. इस वीडियो में दिख रहा है कि एक पक्ष के कुछ व्यक्ति एक समुदाय की दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमा रहे हैं.
गंभीर ने आरोप लगाया कि विपक्षी दल इस घटना पर राजनीति कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह सभी 140 करोड़ भारतीयों के लिए शर्म की बात है.
उन्होंने कहा, “मणिपुर मुद्दे पर राजनीति हो रही है लेकिन यह किसी राज्य विशेष की घटना नहीं है. अगर दो महिलाओं या लड़कियों के साथ ऐसा कुछ होता है तो ये पूरे देश के लिए शर्म की बात है. एक भारतीय के तौर पर हमारा सिर शर्म से झुक जाना चाहिए.”
उन्होंने कहा कि भविष्य में किसी भी राज्य में मणिपुर जैसी घटना नहीं होनी चाहिए.
केंद्र की ओर से उचित कार्रवाई नहीं करने के सवाल पर गंभीर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘बेहद जघन्य’ अपराध के अपराधियों को ‘कड़ी से कड़ी सजा’ देने का आश्वासन दिया है.
मोदी ने मणिपुर हिंसा पर अपनी पहली सार्वजनिक टिप्पणी में बृहस्पतिवार को कहा था कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा और कानून अपनी ‘पूरी ताकत और दृढ़ता’ के साथ काम करेगा.
गंभीर ने कहा, ‘यह घटना अब मणिपुर का मुद्दा नहीं है. यह एक राष्ट्रीय मुद्दा बन गई है. हालांकि यह मणिपुर में हुई है और जैसा कि हमारे प्रधानमंत्री ने कहा है, इस तरह की घटना देश में कहीं भी नहीं होनी चाहिए.’
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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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