पेशावर से करीब 300 किलोमीटर दूर कुल्शो गांव से फोन पर की गई बातचीत में नसरुल्ला ने कहा, “अंजू पाकिस्तान आयी हुई है और हमारी शादी करने की कोई योजना नहीं है.” उन्होंने कहा, “वह 20 अगस्त को वीजा अवधि समाप्त होने पर अपने देश लौट जाएगी. अंजू मेरे घर में परिवार की अन्य महिलाओं के साथ दूसरे कमरे में रहती है.”
अंजू वैध वीजा पर पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा सूबे के कबायली जिले ऊपरी दीर में नसरुल्ला से मिलने आई है.
पाकिस्तान के आंतरिक मंत्रालय द्वारा नयी दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग को भेजे गए आधिकारिक दस्तावेज के मुताबिक कार्यालय सूचित करता है कि उसने अंजू को केवल ऊपरी दीर जिले के लिए 30 दिनों का वीजा मंजूर करने का फैसला किया है.
नसरुल्ला शेरिंगल स्थित विश्वविद्यालय से विज्ञान में स्नातक है और पांच भाइयों में सबसे छोटा है.
उसने स्थानीय अधिकारियों को दिए हलफनामे में कहा कि उनकी दोस्ती में प्रेम का कोई कोण नहीं है और अंजू 20 अगस्त को भारत लौट जाएगी. हलफनामे के मुताबिक वह ऊपरी दीर जिले से भी बाहर नहीं जाएगी.
जिला पुलिस अधिकारी मुश्ताक ने कहा, ‘‘वीजा दस्तावेजों के मुताबिक वह 20 अगस्त को वापस लौट जाएगी.” मुश्ताक ने रविवार को अंजू से अपने कार्यालय में पूछताछ की और उसके दस्तावेजों की जांच के आधार पर अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी किया गया.
नसरुल्ला ने कहा कि जिला प्रशासन ने उन्हें पर्याप्त सुरक्षा प्रदान की है और अंजू उसके परिवार के साथ सुरक्षित है.
पश्तून बहुल गांव के लोग चाहते हैं कि अंजू सुरक्षित भारत लौट जाए क्योंकि वे नहीं चाहते कि इस घटना से उनके समुदाय की बदनामी हो. अंजू के पति व राजस्थान निवासी अरविंद ने उम्मीद जताई है कि जल्द उसकी पत्नी वापस आ जाएगी.
अंजू की 15 साल की बेटी और छह साल का बेटा है.
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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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